गुरुवार, 28 जुलाई 2011
राशि के अनुसार करें शिव पूजा, पूर्ण होगी हर मनोकामना
धर्म ग्रंथों के अनुसार सावन मास में की गई शिव पूजा से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं इसलिए सभी लोग सावन में अलग-अलग तरीकों से शिव उपासना कर भगवान शिव की कृपा पाने की इच्छा रखते हैं। ज्योतिष के अनुसार सावन में राशि के अनुसार शिव पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। राशि के अनुसार शिवजी की पूजा इस प्रकार करें-
मेष- गुड़ के जल से अभिषेक करें । मीठी रोटी का भोग चढ़ाएं। लाल चंदन व कनेर की फूल से पूजा करें।
फल- भूमि, भवन आदि अचल संपत्ति प्राप्त होगी।
वृष- दही से अभिषेक करें। शक्कर, चावल, सफेद चंदन व सफेद फूल से पूजा करें ।
फल- परिवार में सुख-शांति आएगी।
मिथुन- गन्ने के रस से भगवान का अभिषेक करें। मूंग, दूब और कुशा से पूजा करें।
फल- धन लाभ होगा।
कर्क- घी से अभिषेक कर चावल, कच्चा दूध, सफेद आक व शंखपुष्पी से शिवलिंग की पूजा करें।
फल- व्यक्तित्व विकास होगा। चिंता का नाश होगा।
सिंह- गुड़ के जल से अभिषेक कर गुड़ व चावल से बनी खीर का भोग लगाएं। मंदार के फूल से पूजा करें। फल- आत्मसुख मिलेगा। बिगड़े काम बन जाएंगे।
कन्या- गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें। भगवान शंकर को भांग, दूब व पान अर्पित करें।
फल- रोजगार के अवसर मिलेंगे।
तुला- सुगंधित तेल या इत्र से भगवान का अभिषेक कर दही, शहद व श्रीखंड का भोग लगाएं। सफेद फूल से शिवजी की पूजा करें।
फल- कार्य में आ रही बाधाएं दूर होंगी।
वृश्चिक- पंचामृत से अभिषेक करें। मावे की मिठाई का भोग लगाएं। लाल फूल से भगवान की पूजा करें।
फल- धन लाभ होगा।
धनु- हल्दी युक्त दूध से अभिषेक कर बेसन की मिठाई का भोग लगाएं। पीले फूल से शिवजी की पूजा करें।
फल- रोगों से मुक्ति मिलेगी।
मकर- नारियल पानी से अभिषेक कर उड़द से बनी मिठाई का भोग लगाएं। गेंदे के फूल चढ़ाएं।
फल- विवाह के लिए रिश्ते आएंगे।
कुंभ- तिल के तेल से अभिषेक कर मिठाई का भोग लगाएं । शमी के फूल से शिवजी की पूजा करें।
फल- प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी।
मीन- केसरयुक्त दूध से शिवजी का अभिषेक कर दही-चावल का भोग लगाएं। पीली सरसों और नागकेसर से पूजा करें।
फल- परिवार में प्रेम बढ़ेगा।
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